रिपोर्ट: जूही श्रीवास्तव (नोएडा)

यमुना और हिंडन नदी के दोयाब में बसे नोएडा को दोनों नदी में बढ़ रहे जलस्तर के कारण बाढ़ का खतरा झेलना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए लोगों से डूब क्षेत्र छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील की है।

1 साल भर नाले के रूप में बहने वाली हिंडन नदी इस समय उफान पर हैं. नदी में गाजियाबाद बैराज से सामान्य की अपेक्षा दुगना जल छोड़ा जा रहा है, जो कि अब लोगों के घरों में घुसने लगा है. यमुना नदी के डूब क्षेत्र में ज्यादातर फार्म हाउस बने हैं. वही हिंडन नदी डूब क्षेत्र में गाजियाबाद की सीमा से लेकर ग्रेटर नोएडा के क्षेत्र में कई बड़ी अवैध कॉलोनी बसी हुई है. जिनमें बहलोलपुर, छिजारसी, सोरखा में लोग लाखों की संख्या में लोग रहते हैं और भारी संख्या में मकान बने हुए हैं. जल स्तर बढ़ने के साथ ही लोगों की मुसीबत भी बढ़ रही है, क्योंकि यहां पर बने कच्चे मकान का बाढ़ में धराशाई हो सकते हैं. इसीलिए जिला प्रशासन लोगों से चेतावनी जारी कर रहा है कि वह तत्काल इलाके को छोड़ दें।

एसडीएम फाइनेंस एंड रेवेन्यू अतुल कुमार का कहना है कि, हिंडन नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है साथ ही बारिश से भी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. गाजियाबाद बैराज पर डाउनस्ट्रीम में हिंडन नदी के खतरे का निशान 205.80 है। जबकि हिंडन नदी इस समय खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे बह रही है. समान्य दिनों और हिंडन नदी में रोजाना 6 से 7 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है. जबकि इस समय 15307 पानी छोड़ा जा रहा है जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है एसडीएम ने लोगों से अपील की है कि वे लोग ग्रुप से बाहर निकलकर से प्रशासन द्वारा बनाए गए सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं।

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