रिपोर्ट: अब्दुल बासित, ब्यूरो चीफ, लाइव न्यूज100 (दिल्ली/एनसीआर)

क्या हम गरीब हैं तो हमारी सुनवाई नहीं होगी , उम्र में बड़े हैं तो हमारी असमत की कोई इज़्ज़त नहीं। मैँ पूछना चाहता हूँ उन दरिंदो से जिन्होंने अपनी हवस की प्यास बुझाने के लिए न 2 साल की मासूम बच्ची देखी और न ही 70 साल की बुज़ुर्ग ,इन दरिंदो को कोई फर्क नहीं पड़ता की किस महिला का क्या पहनावा है उन्हें तो बस अपनी हवस की पूर्ती करनी है इन सब बातों का गवाह आज पूरा भारत है ।

ऐसे मे कुछ पुलिस के लोग भी इन्ही लोगो का साथ देते हैं और पूछते है की अपनी उम्र देखी है कहाँ कहाँ शर्मिंदा होना पड़ेगा आज की इज़्ज़तदार महिला को। आज अमूमन हर रूरल एरिया के थाने मे ऐसी एक आध रिपोर्ट ज़रूर आती है जिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया जाता।

लाइव न्यूज़ 100 की समस्त टीम पुलिस कमिशनर संजय अरोड़ा जी से गुज़ारिश करना चाहेगी की इस तरह के केस को अपनी नुमाइंदगी में मॉनिटर करवाएँ जिससे इन महिलाओं की आवाज़ को दबाया न जा सके।

अमूमन इस तरह के केस को रजिस्टर न करना भी एक चलन बन गया है जिस की वजह से एक अबला नारी को कोर्ट का रूख करना पड़ता है , इन सब बातों से आम जनता का पुलिस पे से भरोसा भी उठता है हम उम्मीद करते हैं इन सब बातो को संज्ञान मे लिया जायेगा व गरीब महिलाओं को को भी इन्साफ मिलेगा।

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