संवाददाता :मेघा दहिया
एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रही है ऐसे में हिंदुस्तान में बजट की शाम से पहले लोगों को अपने पक्ष में बजट आने की उम्मीद काफी थी लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोगों की अपेक्षाओं के विपरीत बजट पेश किया
एक तरफ जहां पेट्रोल पर ढाई रुपए और डीजल पर ₹4 एग्री इंफ्रा सेस लगाया गया वहीं दूसरी तरफ लेदर, इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट जैसे मोबाइल, चार्जर, लैपटॉप, टीवी-फ्रिज आदि उपकरण महंगे कर दिए गए वही डायरेक्ट करदाताओं को भी कोई राहत नहीं दी गई जहां एक तरफ पूरा देश लॉकडाउन के बाद आर्थिक विसंगतियों से जूझ रहा है तथा अपने व्यापार को दोबारा से खड़ा करने की कोशिश में लगा हुआ है कहीं ना कहीं ऐसे करदाता को इस बजट से झटका लगा है
इस बजट को पेश करने के बाद वित्त मंत्री जहां देश निर्माण का हवाला दे रही थी वही वह सड़क, एयरपोर्ट और रेलवे निजी हाथों में देने के अपने फैसले को अर्थव्यवस्था की दशा में एक मजबूत कदम बता रही हैं यह बजट आम आदमी के लिए नहीं बल्कि खास आदमी को ध्यान में रखकर बनाया गया है इस तरह के बजट से देश को एक लंबा समय लगेगा अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने में