संवाददाता: डॉक्टर शरद वार्ष्णेय (अलीगढ़)

हरियाणा के मेवात में दिनांक 31-07-2023 को जो भी हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। पवित्र श्रावण मास में प्रतिवर्ष किसी भी सोमवार को मेवात के अन्दर भगवान शंकर जी का आशीर्वाद लेने के लिए महाभारत कालीन पाँच मंदिरों में श्रदालु जाते है।


लगभग 20-25 हजार लोग पहुंचे हुए थे। यात्रा शुरू हुई 15 मिनट भी नही हुये कि, उन पर इस्लामिक जेहादी उपद्रवियों ने गोलियां और पत्थर बरसाने तथा आगजनी शुरू कर दी । श्रदालुओं ने जब देखा कि परिस्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही है, तो पीछे हटने का प्रयास किया, तो देखा पीछे से भी पत्थर और पेट्रोल बम बरस रहे थे। कारों, बसों और अन्य वाहनों को आग लगाई जा रही थी। दो लोगों को गोलियां लगीं।


यह गंभीर विश्लेषण का अवसर है कि नूह में डायरेक्ट एक्शन की तरह का वातावरण बना था। यह दुष्कृत्य किसी हालत में स्वीकार नही किया जा सकता।
हिंदू धार्मिक यात्रा पर हुए इस क्रूर जेहादी आतंकी हमले के कारण बजरंगदल के दो कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है और समाज के दो अन्य व्यक्ति व दो पुलिस कर्मी भी बलिदान हुए है और बलिदानियों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस तरह की ग्रहणित घटनाये पूर्व में भी जब जब देश में रामोउत्सव और हनुमान जयंती के शोभायात्राओं पर ऐसी जिहादी मुस्लिम लोगों के द्वारा उन शोभायात्राओं पर हमला कर देश में अशान्ति का माहौल खड़ा किया गया है। ऐसी जेहादी मानसिकता के समाज का विश्व हिन्दू परिषद पूर्ण रूप से सम्पूर्ण हिन्दू समाज की ओर से विरोध करता है। इस घटना से संगठन तथा हिंदू समाज आक्रोशित है। इसके विरुद्ध हमारी निम्नलिखित मांगे है।


1- नूह सहित सम्पूर्ण मेवात क्षेत्र को सील करके प्रत्येक इस्लामिक जेहादी दंगाई को सर्च करके संवैधानिक रूप से समूल नष्ट किया जाए और यह ह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रकार की घटना भविष्य में कभी नही होगी। 2- इस प्रकार की हमारी धार्मिक / आध्यात्मिक /सामाजिक यात्राओं के लिए समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


3- मृतकों के परिवारों को एक एक करोड़ रुपया दिया जाए तथा घायलों को 20-20 लाख रुपये दिये जायें तथा जिनकी गाड़ियां, बसें या अन्य नष्ट सम्पति की क्षति पूर्ति की जाए।

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