हिंदी भाषा और साहित्य पर केंद्रित साहित्यिक संस्था ‘रचयिता’ ने आप सभी के सहयोग से तीन वर्षों का सफर तय कर लिया है। रचयिता दिल्ली विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के संयुक्त प्रयासों से संचालित साहित्यिक संस्था है जिसने सोशल मीडिया तथा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हिंदी तथा हिंदी से इतर पाठक समुदाय तक अपनी पहुँच बनाई है और अपने अभिनव प्रयासों में आप सभी की सराहना प्राप्त की है।

इस यात्रा के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रचयिता द्वारा 2 मई 2023 और 3 मई 2023 को सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक दिल्ली विश्वविद्यालय के शंकरलाल ऑडिटोरियम में ‘रचयिता साहित्योत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है। रचयिता का उद्देश्य सोशल मीडिया के माध्यम से साहित्यिक अभिरुचि रखने वाले पाठकों तक पहुंचने और उन्हें साहित्यिक गतिविधियों से जोड़ना था जिसमें साहित्य रसिकों का भरपूर सहयोग मिला और रचयिता आज सोशल मीडिया पर एक प्रमुख संस्था के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। अपने इस तीन साल के सफर में रचयिता ने अपने पाठकों का जो विश्वास हासिल किया है, उसके पीछे अपने उद्देश्य और संकल्प के कार्यान्वयन की एक लंबी श्रृंखला है।

इस श्रृंखला में रचयिता ने आभासी और भौतिक रूप से साहित्यिक गतिविधियों का आयोजन किया है जिसमें बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित होते रहे हैं, हमें उम्मीद है आगे भी लोग सम्मिलित होते रहेंगे।

‘रचयिता’ इस वर्ष ‘रचयिता साहित्योत्सव’ को एक नए भरे-पूरे रंग-रूप में पाठक-संसार के समक्ष प्रस्तुत करने को तैयार है। हम आपसे यह जानकारी साझा करते हुए हर्ष महसूस कर रहे हैं कि इस वर्ष के साहित्यिक महोत्सव में अपनी रचना ‘रेत समाधि’ के लिए अंतराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि श्री, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता श्यौराज सिंह बेचैन, प्रो. रामेश्वर राय, प्रो. बजरंग बिहारी तिवारी, प्रो. अनामिका, प्रो. सविता सिंह, प्रो. जितेंद्र श्रीवास्तव, मदन कश्यप, देवी प्रसाद मिश्र, विष्णु नागर, प्रो. रजत रानी मीनू, विजेंद्र सिंह चौहान से विभिन्न साहित्यिक विषयों पर संवाद किया जाएगा।

हमने अपने इस सत्र में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए डॉ. गुंजन कुमार झा (संगीत), पुष्प राज गुर्जर (बांसुरी), राहुल कुमार रजक (कत्थक), अक्षिता स्याल और आस्था दीपाली (शास्त्रीय नृत्य), प्रज्ञा घोष (ओडिसी) को भी आमंत्रित किया है।

पुस्तक प्रदर्शनी में राजकमल प्रकाशन समूह, सेतु प्रकाशन समूह, प्रभाकर प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, एकैडमिक प्रकाशन की पुस्तकों का पाठक लाभ उठा सकेंगे।

रचयिता के वार्षिक आयोजन ‘रचयिता साहित्योत्सव’ में आपको आमंत्रित करते हुए हमें अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है। हमें उम्मीद है विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आप अपनी उपस्थिति एवं सहयोग से कार्यक्रम की सफलता का माध्यम होंगे।

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